
स्वागत है आपका अपनी स्पीच हिंदी वेबसाइट में. जैसे की आपको पता है होली आने वाली है. इसी के चलते बच्चो को स्कूल में इस पर्व पर भाषण देना होता है. इसीलिए आज हम आपके लिए होली पर स्पीच इन हिंदी लेकर आये है.
ध्यान दे स्पीच में क्लास और नाम अपने हिसाब से बदल लेना. इस भाषण को आप स्कूल और कॉलेज के लिए ले सकते है. तो फिर चलिये शरू करते है.
होली पर हिंदी भाषण

यहाँ पर उपस्तिथ आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय को मेरा सादर प्रणाम और मेरे प्यारे मित्रो को भी मेरा प्रणाम मेरा नाम प्रवीन कुमार है और में सातवी कक्ष्या का छात्र हूँ.
इस होली के पावन अवसर पर मै एक भाषण पेश करना चाहता हूँ. साथ में उम्मीद भी करता हूँ आपको ये भाषण जरुर पसंद आयेगा.
भारत में होली और दिवाली त्यौहार को मुख्य माना जाता है. इस दिन बच्चे व् बड़े बहुत मस्ती करते है. इस साल होली 29 मार्च 2021 को मनाई जायेगी.
जैसे की दिवाली पर्व के पीछे श्री राम भगवान जी की कहानी है उसी तरह होली के पीछे भी एक कहानी है.
जोकि इस प्रकार से है. प्राचीन काल में एक हिरण्यकश्यप नाम का राजा था वो खुद को भगवान मानता था. जोभी उसे भगवान मानने से इंकार करता वो उसे दंड देता था.
जिसके चलते पूरी प्रजा राजा से बहुत परेशान रहती थी. इसी के चलते राजा का एक बेटा था जिस का नाम प्रह्लाद था.
और वो भी राजा हिरण्यकश्यप को भगवान नहीं मानता था. जिस के चलते राजा प्रह्लाद को जान से मरना चाहता था.
बहुत कोशिशो के बाद भी राजा विष्णु भक्त प्रह्लाद को मारने में नाकाम रहा. राजा की बहन होलिका को ब्रम्हा जी का वरदान था की उसे अग्नि नहीं जला सकती है.
होलिका ने इसी वरदान का फयदा उठाया और प्रह्लाद को लेकर आग में बैठ गई. परिणाम यह हुआ की प्रह्लाद बच गया और होलिका जल कर राख होगी.
उसी दिन से लेकर आज तक होली त्यौहार को मनाया जा रहा है. पहले दिन होलिका दहन किया जाता है और अगले दिन होली पर्व को रंगों से मनाया जाता है.
इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए मनाया जाता है. बुराई कितनी भी बड़ी क्यों ना हो जाये लेकिन उसकी उम्र बहुत छोटी होती है अच्छाई उसे हरा ही देती है.
इस दिन खाश कर बच्चे काफी मजे करते है वो एक दुसरे पर रंग व् गुलाल डालते है और जोर जोर से बोलते है बुरा न मनो होली है.
इसी बीच भाभी देवर को कपडे से बने कोरे से मरती है और देवर भाभी के ऊपर रंग डालता है और गुलाला लगता है.
वृन्दावन की होली और बरसाने की होली और भी रोमांचित करने वाली होती है.
इस अवसर पर लोग अपने गिले सिकवे भुला कर इस पर्व के रंग में रंग जाते है. ये पर्व एक रंगों का त्यौहार और खुशियों का त्यौहार है इसको हमे प्यार से मनाना चाहिए.
इसी के साथ अपने शब्दों को विराम देता हूँ और आपको और आपके परिवार को मेरी तरफ से हैप्पी होली.

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निष्कर्ष
हमे पूरी उम्मीद है आपको होली भाषण इन हिंदी जरुर पसंद आया होगा. अगर आप इसी प्रकार से हिंदी भाषण और हिंदी निबंध पढना चाहते है तो हामरे साथ बने रहियेगा.
हमने और भी बहुत से निबंध और भाषण लिख रखे है उने भी जरुर पढ़े. हमारे ब्लॉग को दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे धन्यवाद!
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