coronavirus essay in hindi
कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी है जिसकी उत्पत्ति चीन के वुहान शहर से हुई और बहुत तेजी से यह पूरे विश्व में फ़ैल गयी.
इस महामारी से केवल अविकसित और विकासशील देश ही नहीं बल्कि विकसित देश भी प्रभावित हुए और बहुत बड़ी संख्या में लोगो की मृत्यु हुई.
All Heading :-
- 1 कोरोना वायरस पर निबंध (Coronavirus Essay in Hindi)
- 2 coronavirus essay in hindi
- 3 कोरोना वायरस क्या है?
- 4 coronavirus essay in hindi
- 5 कोरोना वायरस के लक्षण
- 6 coronavirus essay in hindi
- 7 कोरोना वायरस के प्रभाव
- 8 coronavirus essay in hindi
- 9 कोरोना से बचाव के उपाय
- 10 उपसंहार
- 11 coronavirus essay in hindi

तेजी से फ़ैल रही इस बीमारी की रोकथाम के लिए कई देशो 6 महीनो तक लोकडाउन रहे जिसके परिणामस्वरूप लगभग सभी देशो की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा.
इस वायरस से बचाव के लिए कई देशों ने वैक्सीन बनाने का प्रयास किया और लगभग एक साल के बाद इसकी वैक्सीन तैयार हुई और सभी को टीका लगाने का अभियान चलाया गया.
इस लेख में कोरोना वायरस पर निबंध लिखा गया है जो एक महत्वपूर्ण विषय है और हर व्यक्ति को इसके बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है.
कोरोना वायरस क्या है?
कोरोना वायरस संक्रमण फ़ैलाने वाला एक विशेष प्रकार का वायरस है जो मनुष्यों और जानवरों के शरीर में जाकर श्वसन तंत्र में संक्रमण पैदा करता है.
कोरोना वायरस नाम की इस बीमारी की शुरुआत साल 2019 के अंत में हुई विश्व स्वास्थ्य संस्था ने कोरोना वायरस डिज़ीज़ को कोविड-19 का संक्षिप्त नाम दिया. ऐसे जानलेवा वायरस की प्रजाति दुनिया में पहली बार देखने को मिली और वैज्ञानिकों के द्वारा इसका अध्ययन करने पर पता चला कि इसका आकर एक क्राउन के जैसा है जिसके बाद इसे कोरोना वायरस के नाम से भी जाना जाने लगा.
11 मार्च 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा कोरोना वायरस बीमारी को वैश्विक महामारी घोषित किया गया जिसके बाद कई देशों ने इसके संक्रमण को रोकने के लिए अपने स्तर पर अभियान चलाए लेकिन बहुत ही तेज़ी से फैली यह बीमार बेकाबू हो गयी.
कोरोना वायरस के लक्षण
कोरोना वायरस का संक्रमण बच्चे, जवान, महिला और बूढ़े किसी को भी हो सकता है लेकिन बूढ़े लोगों के शरीर को यह तेजी से प्रभावित करता है.
क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम इतना मजबूत नहीं होता. कोरोना नाम की इस बीमारी के कोई विशेष लक्षण नहीं है इसके शुरुआती लक्षण खांसी, जुकाम, बुखार, सांस में दिक्कत, नाक बंद होना, शरीर टूटना हो सकते है.
अगर किसी व्यक्ति के शरीर के अंदर इनमें से कोई लक्षण दिखाई देते है तो उसको तुरंत जाँच करानी चाहिए.
धीरे-धीरे कोरोना से प्रभावित व्यक्ति को साँस लेने में गंभीर समस्या, छाती में दर्द और बोलने में तकलीफ जैसे गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते है.
समय पर इलाज नहीं कराने पर व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है. यह बीमारी आपस में संपर्क में आने से फैलती है जिसके लक्षण 14 के अंदर दिखाई दे सकते है.
कोरोना वायरस के प्रभाव
कोरोना वायरस महामारी ने शारीरिक, मानसिक और आर्थिक तीनो प्रकार से लोगों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है. इस बीमारी के कारण लाखों लोगों ने अपने परिजनों को खोया और संपर्क में आने से फैलने के कारण एक ही परिवार के कई सदस्यों की जानें चली गयी.
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कई देशों में लॉकडाउन लगाए गए. हमारे देश में भी 22 मार्च 2020 को लॉकडाउन लगाया गया और कई दिनों तक चलता रहा.
शहरों और दूसरे राज्यों में काम करने वाले कई गरीब मजदूर अपने परिवार के साथ पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़े जिसके परिणामस्वरूप उनको भोजन और पानी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा. कई लोगों की तो भूख और गर्मी के कारण रास्ते में ही मृत्यु हो गयी.
लॉकडाउन के कारण कई महीनों तक लोगों को अपने घर की चारदीवारी के अंदर बंद रहना पड़ा जिसका लोगों पर मानसिक रूप से भी बुरा प्रभाव पड़ा.
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लोगों के अंदर तनाव रहने लगा और परिवार में झगड़े की समस्या भी उत्पन्न हुई. खासतौर पर बच्चों के दिमाग पर बहुत ही नकारात्मक प्रभाव रहा क्योंकि लॉकडाउन के कारण वो मैदान में खेलने भी नहीं जा सकते थे.
बच्चों और युवाओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए उनका प्रतिदिन कोई न कोई खेल खेलना बहुत ही आवश्यक होता है इसके कारण मानसिक तनाव भी दूर रहता है.
लॉकडाउन लगने के कारण कई बड़े और छोटे उद्योग बंद हो गए जिसके परिणामस्वरूप कई लोगो को अपनी नौकरी खोनी पड़ी. हमारे देश में लाखों ऐसे लोग है जो दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालते उन सभी का रोजगार खत्म हो गया.
काम नहीं होने के कारण लोगों को अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने में भी बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इन सभी के कारण हमारे देश की अर्थव्यवस्था बहुत बुरे तरीके से प्रभावित हुई.
कोरोना से बचाव के उपाय
कोरोना की भयंकर बीमारी के लिए अभी भी कोई सटीक इलाज उपलब्ध नहीं है इसलिए इस बीमारी से बचाव ही सबसे बड़ा उपाय है.
अगर किसी व्यक्ति के अंदर कोरोना के लक्षण दिखाई देते है तो उसको तुरंत अस्पताल जाने का सुझाव दे क्योंकि इस बीमार का शुरुआत में इलाज बिलकुल संभव है.
हमेशा घर से बाहर जाते वक्त अपने मुँह पर मास्क जरूर लगाएं और अनजान व्यक्ति के संपर्क में न आये.
किसी भी वस्तु को छूने से पहले और छूने के बाद अपने हाथो को सेनेटाइज़ करना न भूले और अपने आस पास के इलाके में हमेशा साफ़ सफाई का ध्यान रखे.
भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी जाने से बचने की कोशिश करे और अपने आस पास के लोगो को भी सलाह दे.
कोरोना वायरस की बीमारी के रोकथाम के लिए वैक्सीन भी तैयार हो गयी है. अपने परिवार के सभी सदस्यों का टीकाकरण जरूर करवाएं.
यह वैक्सीन इस वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए व्यक्ति की रोगप्रतिरोध क्षमता को बढ़ाती है ताकि इस वायरस के प्रभाव से बचा जा सके.
उपसंहार
कोरोना वायरस तेजी से फैलने वाली बीमारी है जिसका समय रहते इलाज करना संभव है. इस महामारी के दौर में हम सबको एक साथ मिलकर इसका मुकाबला करने की जरूरत है.
और एक दूसरे की मदद करने की जरूरत है. यह बीमारी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है हमें उस व्यक्ति को समाज में अलग नज़रिये से नहीं देखना चाहिए बल्कि उसका हौसला बढ़ाना चाहिए.
उस व्यक्ति की समय पर इलाज कराने में मदद करनी चाहिए. इस संकट की घड़ी में हमें शारीरक, मानसिक और आर्थिक हर तरीके से लोगों की मदद करने की कोशिश करनी है.
सरकार भी अपनी तरफ से इस बीमारी के रोकथाम के लिए लगातार प्रयास कर रही है और हमें भी सरकार और प्रशासन का सहयोग करना है.
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