
फुटबॉल विश्व का सबसे लोकप्रिय खेल है यह क्रिकेट और हॉकी से कई ज्यादा लोकप्रिय खेल है. फुटबॉल (फुटबॉल पर निबंध) का खेल हमेशा दो टीमों के बीच में खेल जाता है जिसमे प्रत्येक टीम में 11 – 11 खिलाड़ी होते है इस खेल में गेंद को पैरो से लात मारकर खेला जाता है.
फुटबॉल पर निबंध (Essay On Football in Hindi)

इसी वजस से इसे ‘फुटबॉल‘ नाम दिया गया. भारत में क्रिकेट सबसे लोकप्रिय खेल है लेकिन धीरे- धीरे फुटबॉल (फुटबॉल पर निबंध) की लोकप्रियता भी तेज़ी से बढ़ी है हमारे आस पास खेल के मैदानों में बच्चे फुटबॉल का खेल खेलते हुए दिख ही जाते है.
इसी से हम फुटबॉल की लोकप्रियता का अंदाज़ा लगा सकते है. दुनिया के कई देश जैसे फ्रांस , इज़राइल, इटली और पोलैंड में फुटबॉल को राष्ट्रिय खेल का दर्जा दिया गया है.
इस लेख में फुटबॉल पर निबंध लिखा गया है जिसकी मदद से आपको फुटबॉल (फुटबॉल पर निबंध) खेल से सम्बंधित जैसे फुटबॉल का इतिहास , फुटबॉल कैसे खेला जाता है, फुटबॉल के नियम , फुटबॉल के मैदान का मापन आदि बातो की जानकारी मिलेगी.
फुटबॉल का इतिहास
फुटबॉल खेल की उत्पत्ति से सम्बंधित अलग-अलग तर्क मौजूद है और पुराने समय में इसे अलग – अलग क्षेत्रो में अलग – अलग तरीको से खेला जाता था.
ऐसा कहा जाता है कि फुटबॉल (फुटबॉल पर निबंध) की उत्पत्ति चीन से हुई, चीन में ह्याँ वंश के काल में सैनिको के द्वारा सुजू नाम का खेल खेला जाता था. वही से फुटबॉल का खेल विकसित हुआ.
जापान में फुटबॉल को असुका वंश के दौरान भी खेला जाता था लेकिन जापान में यह केमरी नाम से प्रचलित था. फुटबॉल की उत्पत्ति तो एशियाई देशो में हुई लेकिन यह यूरोप और दक्षिण अमेरिकी देशो में बहुत लोकप्रिय हुआ.
15वीं सदी में ब्रिटेन के राजकुमार हेनरी चतुर्थ के द्वारा इस खेल के लिए पहली बार ”फुटबॉल” नाम का अंग्रेजी शब्द का इस्तेमाल किया था. वर्तमान में फुटबॉल के खेल को खेलने का जो तरीका है वह 19वीं सदी में इंग्लैंड के द्वारा विकसित किया गया था.
26 अक्टूबर 1863 को लन्दन में इंग्लिश फुटबॉल (फुटबॉल पर निबंध) एसोसिएशन की स्थापना की गयी जो यूनाइटेड किंगडम में राष्ट्रिय और घरेलु फुटबॉल की प्रतियोगिताओ का आयोजन करवाती थी. यह विश्व की सबसे पुरानी फुटबॉल एसोसिएशन है.
फिर 20वीं सदी में यूरोप महादीप के सात बड़े देशो बेल्जियम , डेनमार्क , फ्रांस , जर्मनी , नीदरलैंड , स्पेन , स्वीडेन और स्विट्ज़रलैंड ने मिलकर 21 मई 1904 को फीफा की स्थापना की गयी.
जिसका मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड के ज़ुरिक में रखा गया . फीफा एक अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान है जो विभिन्न देशो के बीच फुटबॉल की विभिन्न प्रतियोगिताओ (फुटबॉल पर निबंध) का शांतिपूर्ण तरीको से आयोजन करवाती है.
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फुटबॉल कैसे खेला जाता है?
फुटबॉल का खेल 11- 11 खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच खेला जाता है जिनमे एक गोल कीपर भी शामिल होता है. आयताकार खेल के मैदान के दोनों तरफ गोल पोस्ट होते है इस खेल का विजेता बनने के लिए एक टीम को दूसरी टीम के गोल पोस्ट में ज्यादा से ज्यादा गोल करने होते है.
आयताकार मैदान के बीचो बीच एक लाइन होती है जिसे हाफवे लाइन कहा जाता है और इसी लाइन के ठीक बीच में एक व्रत बना होता है जो सेण्टर सर्किल कहलाता है .
खेल की शुरुआत में सिक्का उछाल कर टॉस किया जाता है टॉस जीतने वाली टीम मैदान के बाए या दाए हिस्से का चयन करती है और सेण्टर सर्किल के अंदर रखी फुटबॉल के किक मार कर खेल की शुरुआत होती है .
एक टीम के खिलाड़ी फुटबॉल को दूसरी टीम के गोल पोस्ट में ले जाकर पैरो से गोल करते है और गोलकीपर गेंद को गोल पोस्ट के अंदर प्रवेश करने से बचाने की कोशिश करता है.
गेंद को आगे धकेलने के लिए खिलाड़ी अपने सिर और छाती का इस्तेमाल कर सकते है खेल की समय सीमा समाप्त होने के बाद जिस (फुटबॉल पर निबंध) टीम के द्वारा ज्यादा गोल किये होते है उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है.
फुटबॉल के मैदान का माप
फुटबॉल के खेल के लिए मैदान का माप प्रतियोगिताओ के हिसाब से अलग अलग हो सकता है सामान्यतः मैदान की लम्बाई लगभग 100 से 120 मीटर के बीच में होती है जिसे टच लाइन कहा जाता है और मैदान की चौड़ाई लगभग 45 से 64 मीटर तक होती है जिसे गोल लाइन कहा जाता है.
मैदान के बीचो बीच हाफ वे लाइन होती है हाफवे लाइन के बीच में सेण्टर सर्कल होता है जिसकी त्रिज्या लगभग 9.15 मीटर की होती है. गोल एरिया की लम्बाई लगभग 11 मीटर तथा चौड़ाई लगभग 5.5 मीटर होती है पेनल्टी एरिया की चौड़ाई 16.5 मीटर होती है . मैदान के चारो कोनो पर झंडे भी लगाए जाते है.
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फुटबॉल के नियम
खेल को शांतिपूर्ण और न्यायपूर्ण तरीके से खेलने के लिए फुटबॉल के खेल के लिए कुछ नियम बनाये गए है जिनका पालन करना अनिवार्य होता है और समय समय पर इन नियमो में संशोधन भी किया जा सकता है-
- इस खेल में प्रत्येक टीम में ग्यारह खिलाडी शामिल होते है और अतिरिक्त 7 खिलाड़ी रख सकते है जो मैदान में खेल रहे किसी भी खिलाड़ी की जगह पर सब्स्टिटूशन के तौर पर खेल सकता है , एक मैच में अधिकतम 3 ही सब्स्टिटूशन कर सकते है.
- फुटबॉल के एक मैच में अधिकतम 90 मिनट का समय होता है जिसमे 45 – 45 मिनट के दो हाफ होते है और बीच में 15 मिनट का ब्रेक मिलता है.
90 मिनट में खेल का नतीजा नहीं निकलता है तो 30 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाता है और अगर उसके बाद भी खेल का नतीजा नहीं निकलता है तब पेनल्टी शूट से खेल का नतीजा निकाला जाता है. - खेल के दौरान खिलाड़ी अपने हाथो के आलावा शरीर के किसी भी हिस्से से गेंद को आगे धकेल सकता है केवल गोलकीपर अपने गोल एरिया के अंदर गेंद को हाथ से पकड़ सकता है.
- फुटबॉल के एक मैच के दौरान एक रेफ़री और दो सहायक रेफरी होते है जो मैच के दौरान फाउल देना , समय का निर्धारण करना , पेनल्टी और फ्री किक आदि का संचालन आपस में विचार विमर्श करने के बाद करते है.
- मैच के दौरान अगर कोई खिलाड़ी विरोधी खिलाड़ी के साथ झगड़ा, जर्सी खींचना या किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार करता है तो रेफ़री नियमो के अनुसार उसे पीला या लाल कार्ड दिखा सकता है पीला कार्ड दिखाने पर खिलाड़ी को चेतावनी मिलती है और लाल कार्ड दिखाने के बाद खिलाड़ी मैदान के बाहर कर दिया जाता है.
निष्कर्ष
फुटबॉल एक मनोरंजक खेल है जो खिलाड़ी के शारीरिक और मानसिक बल को भी बढ़ाता है. इस खेल में बेहतर प्रदर्शन दिखाने के लिए खिलाड़ी को अधिक फुर्तीला और तेज़ होने की आवश्यकता होती है . फुटबॉल का खेल धीरे-धीरे भारतीय बच्चो और युवा वर्ग में अपनी लोकप्रियता बढ़ा रहा है. क्रिकेट, हॉकी और कबड्डी के लिए जिस प्रकार प्रोफेशनल टूर्नामेंट का आयोजन करवाया जाता है उसी प्रकार फुटबॉल के लिए भी इंडियन सुपर लीग का आयोजन किया जाता है भारी संख्या में दर्शक इस प्रतियोगिता का आनंद भी लेते है.
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